Friday, September 16, 2016

VenuG Presents: Hindi Divas poetry #हिंदीदिवस भाषा ही पहचान है बौलीवुड से प्रेरित

भाषा ही पहचान है
#हिंदी ही  पहचान है #हिंदीदिवस 
पर मेरी आषु कविता 
पूरी कविता रात में 😝

#हिंदीदिवस समारोह  राजभाषा विभाग , #सिंडीकेटबैंक #SyndicateBank
भाषा ही पहचान है
#हिंदी मेरी शान है #हिंदीदिवस 
पर मेरी आषु कविता का वाचन करते हुए
पूरी कविता रात में 😝
ध्यानपूर्वक सुनते हुए
सुश्री मीनाक्षी दत्ता हिंदी राजभाषा अधिकारी
क्षेत्रीय कार्यालय, गुवाटहाटी 
श्री बँशी गोपाल पुजारी, मुख्य प्रबँधक, गुवाटहाटी मुख्य शाखा



#हिंदीदिवस समारोह  राजभाषा विभाग , #सिंडीकेटबैंक #SyndicateBank
कार्यक्रम का आनंद उठाते हुए
सुश्री मीनाक्षी दत्ता हिंदी राजभाषा अधिकारी
क्षेत्रीय कार्यालय, गुवाटहाटी 
श्री बँशी गोपाल पुजारी, मुख्य प्रबँधक, गुवाटहाटी मुख्य शाखा

श्री कृश्ण चँद्र मिश्र , सहायक महा प्रबंधक , क्षेत्रीय प्रबंधक , सिंडिकेट बैंक , गुवाहाटी क्षेत्र 
मुख्य अतिथी 
श्री गोलक चँद्र डेका, प्राध्यापक, गुवाहाटी विश्वविद्यालय

कविता मैने पुरस्कार वितरण समारोह के लिए लिखी जहां पर मुझे भी दो पुरस्कार मिले 


#SyndicateBank #Guwahati
#हिंदीपखवाडा #हिंदीदिवस के उपलक्ष में
आयोजित प्रतियोगिताओं में दो पुरस्कार
१ कम्प्यूटर द्वारा हिंदी टंकण प्रथम पुरस्कार
२ हिंदी बेंकिंग शब्दावली द्वितीय पुरस्कार 
बहुत हर्षोल्लासित अनुभूती

कविता बौलीवुड फिल्मों के अति लोकप्रिय डायलॉगों से पेरित है
भाषा ही पहचान है
लेखक के वेणुगोपाल मैनॉन
दिनाँक १५-०९-२०१६
गुवाटहाटी 

भाषा ही पहचान है
हिंदी मेरी शान है
हम अपने लहजे में आते
उससे ही पहचाने जाते

सिप्पी की दीवार
बिग बी से दीदार
आखिरी सीन में गुम
"आज खुश तो बहुत हुए होगे तुम"

भाषा ही पहचान है
हिंदी मेरी शान है
हम अपने लहजे में आते
उससे ही पहचाने जाते

दुनिया हीरानी की दीवानी
मुन्ना भाई एम बी बी एस का है कोई सानी?
सर्किट को क्या नही सुनी
"डरने क़ा नही, भाइ को बोल डालने का"

भाषा ही पहचान है
हिंदी मेरी शान है
हम अपने लहजे में आते
उससे ही पहचाने जाते


शक्ती सीमँत की अमर प्रेम
ओह! व्हॉट रॉमेंस यू डैम!!
काका राजेश खन्ना को नही सुनी है?
"पुष्पा... आय हेट टियर्स
ये नमक का पानी है रे...."

भाषा ही पहचान है
हिंदी मेरी शान है
हम अपने लहजे में आते
उससे ही पहचाने जाते



ऐड देखा है क्विक गन मुरुगन
या हिंदी कॉमेडी फिल्में पडोसन?
"यक चतुर मार
बडी होशियार
मेरे मन के द्वारा
ये घुसत जात
हम मरत जात
अरे अइ अइ अइ अइ
ऐय्यो"


भाषा ही पहचान है
हिंदी मेरी शान है
हम अपने लहजे में आते
उससे ही पहचाने जाते


यहाँ ध्यान दे सुँदरी
याद है देवदास की माधुरी
अब भी मेरी ना मानो
तो याद कराऊ परी
"एक चुटकी सिंदूर की कीमत
तुम क्या जानो रमेश बाबू"

भाषा ही पहचान है
हिंदी मेरी शान है
हम अपने लहजे में आते
उससे ही पहचाने जाते

सोच रख टांग पर टांग
सल्मान खान की दबांग
ज़रा दिमाग पर डाल बोझ
भेजा में सोनाक्शी को सोच
क्या ना बोला थी वोह?

" थप्पड से डर नही लगती
बाबू
प्यार से लगता है"
भाषा ही पहचान है
हिंदी मेरी शान है
हम अपने लहजे में आते
उससे ही पहचाने जाते।।
कैसी लगी?
कमेंट मारो
उबासी नही।।


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