#VenuSong #Humour in Haryanvi Khachedu Rap.
For a #StandUp Act. :)
Who is Havaldar Khachedu Singh Tokas
This is his Autobiography
It Came from Here....
link
Here is my Act
Khachedu Rap
हिँदी में समझ आवेगा साळों...
अर्रे साळों मेरी बात
जरा ध्याण से सुणजो
गा र्या मैं जो गाणा
ईश्या खचेडू रेप यो
सारी दिल्ली के
खोमचे, ठेले, ट्रक या बस,
मन्ने ज़ाणें याऱों
इस नाम से
खचेडू सिंग टोक्कस!
सुण जो...
आँहाँ
खचेडू रैप यो
हम्भै....
सुण जो
खचेडू रैप यो
ओ या...
तू ज़ाणता नहीँ कै
कौण स्सै म्हारा बाप
उणका नाम से म्हिंद्दर टोत्कस
स्सै मुनीरका का साब..
म्हारे गाँव की खज़ाण सिंग
ल्याया तैराकी मे कप्प,
र्रै सारे जाट्टों में
ज़ाणा जाए
म्हारा टोक्कस खप्प!
ओ या
सुण जो
खचेडू रैप यो
आँहा आँहा
म्हारा वल्द जी
ज़ाणा जाए
मान्नेसर का बाण
म्हारा भाई रजत टोक्कस
पृथ्वी राज चौहाण
म्हारे गाम का स्यूँ मै जी
अक ही कट पीस
अरेरै दिल्ली पुलिस मैं
म्हारी बैळ्ट ४२०
हम्भै
सुण जो
रेरै र्रै
खचेडू रैप
सारी खप का
गाँम मै जाट्टों का
मै ही हीरो
काम पड्डे तो एस एम एस <हैल्प>
सैण्ड टू +९१ ९ ४२० ४२० ४२०
सारी दिल्ली पुलिस मे
मै ही ईक बँदा
म्हारेरै एरिये मैं
हो णा सक्कै
गोरख धँधा
भाग जाए देख कर
चोर डाक्कू गुण्डा
जब्ब देख्या मन्ने
धुम्मात्ते हुऐ पुलिस का डँडा
रै हाँज्जी
सुण जो
सार्ये गाणज्जी
खचेडू रैप
म्हारा दफ्तर ना गाड्डी
ना जी कुर्सी-टेब्बळ
काम रोड मास्ट्री
औदा हैड काँस्टेबल
चीहूँ ना ३०३,
पिस्टल या कट्टा
खाली लट्ठ चलाके तोडूँ
देसी दारू का भट्टा.
म्हारी माँ को नाम
श्रीमती तस्बीरी
जिस्णे बचपन माईँ
खिल्यायो मन्ने
दूध घी पणजीरी
हाणजिजी
सुण जो
हम्भै
खचेडू रैप
हफ्ते-हफ्ते
आवै गाँम सै
गुड, चणा घी गन्ना
म्हारी मसल बॉड्डी
देख डरे तेजिँदर खन्ना
डॉन, नेता, माफिया
डरे मुझसै बावळी-बूच
देख म्हारै गोरे मुँह
पै काळी बड्डी मूँछ
ज्जे बात
सुण जो
जै गँगनाथ
खचेडू रैप यो
सारे एन सी आर से आँवे
मन्ने ढेर एश टी डी काल
म्हँ ना डरूँ आए डीक्टर शीला
अरविँद या लोकपाल
म्हारा ईलाक्का धौळा कुआँ
से गुडगाँवाँ टॉल प्लाज्जा
रोज रात खाऊँ
करीम पै पनीर दो प्याज्जा
कभी काम पडे तो
मन्ने फोन बजा
थोडे पीस्से लेके
कम करवा दूँ थारी सज्जा.
हम्भै
सुण जो
के सुणी
खचेडू रैप.
भाया लुगाई स्यूँ
मन्ने बड्डा खतरा
जोरदार डाँट लगाए
बीको नाम सँतरा
बेट्टी सुशीला ने
महुँ ना दिलाउँ फोन-बीन
छोरा जोरावर ने खाने ना दूँ
कद्दी चाऊ-मीन
भाया
सुण जो
औ या
खचेडू रैप
ईब हो ग्या खत्तम
के पाड लेग्गा म्हारा
बावळी बूच
कलकत्ता
दिनाँक २३ अगस्त, सन २०१४
For a #StandUp Act. :)
Who is Havaldar Khachedu Singh Tokas
This is his Autobiography
It Came from Here....
link
Here is my Act
Khachedu Rap
हिँदी में समझ आवेगा साळों...
अर्रे साळों मेरी बात
जरा ध्याण से सुणजो
गा र्या मैं जो गाणा
ईश्या खचेडू रेप यो
सारी दिल्ली के
खोमचे, ठेले, ट्रक या बस,
मन्ने ज़ाणें याऱों
इस नाम से
खचेडू सिंग टोक्कस!
सुण जो...
आँहाँ
खचेडू रैप यो
हम्भै....
सुण जो
खचेडू रैप यो
ओ या...
तू ज़ाणता नहीँ कै
कौण स्सै म्हारा बाप
उणका नाम से म्हिंद्दर टोत्कस
स्सै मुनीरका का साब..
म्हारे गाँव की खज़ाण सिंग
ल्याया तैराकी मे कप्प,
र्रै सारे जाट्टों में
ज़ाणा जाए
म्हारा टोक्कस खप्प!
ओ या
सुण जो
खचेडू रैप यो
आँहा आँहा
म्हारा वल्द जी
ज़ाणा जाए
मान्नेसर का बाण
म्हारा भाई रजत टोक्कस
पृथ्वी राज चौहाण
म्हारे गाम का स्यूँ मै जी
अक ही कट पीस
अरेरै दिल्ली पुलिस मैं
म्हारी बैळ्ट ४२०
हम्भै
सुण जो
रेरै र्रै
खचेडू रैप
सारी खप का
गाँम मै जाट्टों का
मै ही हीरो
काम पड्डे तो एस एम एस <हैल्प>
सैण्ड टू +९१ ९ ४२० ४२० ४२०
सारी दिल्ली पुलिस मे
मै ही ईक बँदा
म्हारेरै एरिये मैं
हो णा सक्कै
गोरख धँधा
भाग जाए देख कर
चोर डाक्कू गुण्डा
जब्ब देख्या मन्ने
धुम्मात्ते हुऐ पुलिस का डँडा
रै हाँज्जी
सुण जो
सार्ये गाणज्जी
खचेडू रैप
म्हारा दफ्तर ना गाड्डी
ना जी कुर्सी-टेब्बळ
काम रोड मास्ट्री
औदा हैड काँस्टेबल
चीहूँ ना ३०३,
पिस्टल या कट्टा
खाली लट्ठ चलाके तोडूँ
देसी दारू का भट्टा.
म्हारी माँ को नाम
श्रीमती तस्बीरी
जिस्णे बचपन माईँ
खिल्यायो मन्ने
दूध घी पणजीरी
हाणजिजी
सुण जो
हम्भै
खचेडू रैप
हफ्ते-हफ्ते
आवै गाँम सै
गुड, चणा घी गन्ना
म्हारी मसल बॉड्डी
देख डरे तेजिँदर खन्ना
डॉन, नेता, माफिया
डरे मुझसै बावळी-बूच
देख म्हारै गोरे मुँह
पै काळी बड्डी मूँछ
ज्जे बात
सुण जो
जै गँगनाथ
खचेडू रैप यो
सारे एन सी आर से आँवे
मन्ने ढेर एश टी डी काल
म्हँ ना डरूँ आए डीक्टर शीला
अरविँद या लोकपाल
म्हारा ईलाक्का धौळा कुआँ
से गुडगाँवाँ टॉल प्लाज्जा
रोज रात खाऊँ
करीम पै पनीर दो प्याज्जा
कभी काम पडे तो
मन्ने फोन बजा
थोडे पीस्से लेके
कम करवा दूँ थारी सज्जा.
हम्भै
सुण जो
के सुणी
खचेडू रैप.
भाया लुगाई स्यूँ
मन्ने बड्डा खतरा
जोरदार डाँट लगाए
बीको नाम सँतरा
बेट्टी सुशीला ने
महुँ ना दिलाउँ फोन-बीन
छोरा जोरावर ने खाने ना दूँ
कद्दी चाऊ-मीन
भाया
सुण जो
औ या
खचेडू रैप
ईब हो ग्या खत्तम
के पाड लेग्गा म्हारा
बावळी बूच
कलकत्ता
दिनाँक २३ अगस्त, सन २०१४
No comments:
Post a Comment